Monday 19 December 2016

मुहब्बत, Love

Image : Curtesy by http://cdn.chobirdokan.com/wp-content/uploads/1210/love-couple-at-sunset-wallpaper.jpg





मैं तेरी हूं तेरी
तू मेरा है मेरा
अपनी चाहत कभी कम न होगी
चाहे मौसम कोई भी आए और जाए
अपनी मुहब्बत कभी कम न होगी

लोभ-लालच से परे अपना ये प्यार
तेरे आगे तो कम हर सुख-संसार
तू संग तो खूबसूरत जहांन
नहीं तो ये लगेगी बेकार
मुझे प्यार तुमसे
ये मुझको स्वीकार
अगर कोई सजा इसकी
तो भी हम हैं  तैयार
चाहे जीवन की धारा इधर से हो जाए उधर
मगर तुमसे न इंकार होगी
मैं तेरी हूं तेरी...

मैं कैसे भी तेरे पास आऊं
तुमसे मुझे कोई परदा नहीं है
मैं कुछ भी तुमसे बोल जाऊं
मुझे कोई मगर अफसोस नहीं है
मेरा रोम-रोम
धड़कन भी तुमसे मिले
तू जहां वही हम
तेरे संग हम भी चले
तेरे बिना हमें जीवन की कल्पना नहीं
तेरे बगैर ये दुनिया न दिखेगी
मैं तेरी हूं तेरी ...

तू आए न आए
तेरा ही इंतजार हमको रहे
तेरे लिए ही संवरे प्यार मेरा
तेरे लिए ही श्रृंगार मेरा रहे
तेरे स्पर्श की ही मुझको तमन्ना
तेरे लिए ही यौवन सजे
तुमसे ही एक होना मैं चाहू
तेरे ही बाहों में हम खिले
इस जिंदगी में दूजा हमको न छुए
तेरे संग ही ये रंगीन होगी
मैं तेरी हूं तेरी...

-कुलीना कुमारी, 19/12/2014

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