बड़ा टूटे हैं तन-मन मेरा
सैया इसमें इनर्जी तू भर दें
जरा मेरा ख्याल कर लें
मुझमें अपनी ताजगी तू भर दे
हाय कितना खाली है तन मन मेरा
जाने कब से तुने छुआ ही नहीं
देखा नहीं, सराहा नहीं
अपना इसको बनाया नहीं
मेरे लिए जरा समय निकाल लें
सैया मुझमें अपनी मस्ती तू भर दे...
तू प्यार मेरा तो उम्मीद तुमसे
तुमसे कहूं नहीं कहू फिर किससे
तेरा संग लाए बहार जीवन में
तेरा उत्साह लाए ताकत मुझमें
बड़ा कमजोरी लागे
सैया मुझमें अपनी मजबूती तू भर दे...
बतानी भी है तुमसे कुछ बातें
सुननी भी है तेरी कुछ बातें
हाय जाननी भी है तुमसे मुझे
तुने कैसे काटी मेरे बिन रातें
बड़ा तरसाया तुमने
सैया अब तो मिलन की फुलझड़ी तू जड़ दे
-कुलीना कुमारी
Source Image : Curtesy by https://mir-s3-cdn-cf.behance.net/project_modules/disp/66d20a11123761.560f1f37eedd3.png
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