तू मेरी जान लेले
चाहे मेरा ईमान लेले
बस अपना प्यार देदे
तू खुद पे अधिकार देदे
तेरा प्यार वो मधुबन
मेरा तन-मन महकाने लगे
जैसे तेरे पास ही हर खुशी
ये मुझको जताने लगे
तू मुझसे दूर नहीं जा
मुझे अपना बना
चाहे कोई भी कीमती सामान लेले...
मेरे दिल ने तेरी हसरत की
वो इसलिए तू मेरे लिए है बना
मैं कैसे तुमको भुलूं, मुख तुमसे मोड़ू
जब दिल ने तुमको चुना
तू बारात लेके आ
मुझे दुल्हन बना
अपने दिल में जरा सा स्थान देदे...
मैं तुम्हें खोलना चाहूं
खुलना चाहूं तुमसे
तेरे-मेरे बीच कोई दुरी न हो
यूं मिलना चाहूं तुमसे
तू खुद से मिलाकर पूर्ण कर दे
तू मुझको संपूर्ण कर दे
चाहे बदले में सारा जहांन लेले...
-कुलीना कुमारी, 5-11-2016
No comments:
Post a Comment